प्रश्न 1. भारतीय लोकतंत्र की किन्हीं चार समस्याओं का वर्णन करें।
उत्तर-भारतीय लोकतंत्र की निम्नलिखित चार समस्याएँ निम्नांकित हैं-
(i) वंशवाद, (ii) पारवाद, (iii) जातिवाद तथा (iv) अज्ञानता।
प्रश्न 2. भारत में लोकतंत्र के भविष्य को आप किस रूप में देखते हैं ?
उत्तर—भारतवर्ष में लोकतंत्र का भविष्य अत्यंत उज्ज्वल है, क्योंकि प्रारंभ से ही यहाँ पर एक लोक कल्याणकारी सरकार का गठन किया गया है जो जनता को मौलिक अधिकार प्रदान करती है तथा व्यक्ति की गरिमा को बढ़ाने का प्रयास करती है। भारत सरकार विभिन्न समूहों के मध्य सत्ता का विभाजन करके सामंजस्य स्थापित करती है। यहाँ आर्थिक प्रगति तो होती ही है परंतु सामाजिक दायित्वों का पूर्ण निर्वाह भी किया जाता है।
यह विश्व शांति एवं सौहार्द्र के सिद्धांत पर चलने वाला राष्ट्र है। यही कारण है कि इसकी विश्व स्तर पर उत्तम छवि है।
प्रश्न 3. लोकतंत्र के क्या अवगुण है ? [2016C]
उत्तर–लोकतंत्र के लाभों को देखने के बाद हम कह सकते हैं कि यह शासन का सबसे अच्छा स्वरूप है परन्तु यह ठीक नहीं है। इस व्यवस्था के कुछ अवगुण भी हैं जो निम्नलिखित हैं-
(i) समानता का सिद्धांत अप्राकृतिक है—लोकतंत्र का मुख्य आधार समानता का सिद्धांत है परंतु आलोचक यह कहते हैं कि समानता का सिद्धांत ही अप्राकृतिक है ।
(ii) गुणों की बजाए संख्या को महत्त्व देना–लोकतंत्र में गुणों की बजाए संख्या को अधिक महत्व दिया जाता है
(iii) यह जवाबदेह सरकार का गठन नहीं करता—लोकतंत्र में सरकार जनता के प्रति जवाबदेह होती है लेकिन ऐसा असल में होता नहीं है । चुनाव नेता जनता की परवाह नहीं करते ।
(iv) अस्थिर तथा कमजोर सरकार–लोकतंत्र में सरकार अस्थिर तथा कमजोर होती है । बहुदलीय व्यवस्था में सरकार तेजी से बदलती रहती है।
प्रश्न 4. गुप्त मतदान पत्र क्या है ? [2016A]
उत्तर-जब मतदाता गुप्त रूप में मतदान करता है तो वैसे मतदान के पत्र गुप्त मतदान-पत्र कहलाते हैं।
प्रश्न 5. लोकतंत्र की सफलता के लिए कौन-कौन सी आवश्यक शर्ते हैं ? [M.Q., Set-IV : 2016]
उत्तर-लोकतंत्र की सफलता के लिए निम्न आवश्यक शर्ते हैं-
(i) जनता की लोकतंत्र में पूरी आस्था हो ।
(ii) सुशिक्षा, जिससे मनुष्य अपने अधिकार और कर्तव्य का सही ज्ञान प्राप्त कर सके । सुशिक्षित नागरिक ही अपने मताधिकार का सही प्रयोग कर सकते हैं।
(iii) आर्थिक समानता की स्थापना हो । कहा भी जाता है कि आर्थिक समानता के अभाव में राजनीतिक स्वतंत्रता बेकार है।
(iv) स्थानीय स्वशासन की स्थापना हो। इससे नागरिकों को राजनीति एवं शासन के कार्यों में भाग लेने का अधिक अवसर मिलता है।
प्रश्न 6. ‘लोकतंत्र’ से आप क्या समझते हैं? [2014C]
उत्तर-लोकतंत्र में जनता मतदान करती है, अपने चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा शासनच चलाती है और यह शासन जनहित में काम करते हुए जनता के प्रति उत्तरदायी होता है।
प्रश्न 7. भारतीय लोकतंत्र कितना सफल है? [2011C]
उत्तर-आज दुनिया के लगभग 100 देशों में लोकतंत्र किसी-न-किसी रूपमें विद्यमान है। लोकतंत्र का लगातार प्रसार एवं उसे मिलनेवाला जनसमर्थन यह साबित करता है कि लोकतंत्र अन्य सभी शासन-व्यवस्थाओं से बेहतर है। इन व्यवस्था में सभी नागरिकों को मिलनेवाला समान अवसर, व्यक्ति की स्वतंत्रता एवं गरिमा आकर्षण के बिन्दु हैं। साथ ही इसमें आपसी विभेदों एवं टकरावों को कम
करने और गुण-दोष के आधार पर सुधार की निरंतर संभावनाएँ लोगों को इसके करीब लाती हैं। इस प्रसंग में सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि लोकतंत्र में फैसले किसी व्यक्ति विशेष द्वारा नहीं, बल्कि सामूहिक सहमति के आधार पर लिये जाते हैं। लोकतंत्र के प्रति लोगों की उम्मीदों के साथ-साथ शिकायतें भी कम नहीं होती है। लोकतंत्र से लोगों की अपेक्षाएँ इतनी ज्यादा हो जाती है कि इसकी थोड़ी-सी भी कमी खलने लगती है। कभी-कभी तो हम लोकतंत्र को हर मर्ज की दवा मान लेने का भी खतरा मोल लेते हैं और इसे तमाम सामाजिक, राजनैतिक एवं आर्थिक विषमता को समाप्त करनेवाली जादुई व्यवस्था मान लेते हैं। इस तरह का अतिवादी दृष्टिकोण लोगों में इसके प्रति अरुचि एवं उपेक्षा का भाव भी पैदा करता है । परन्तु, लोकतंत्र के प्रति यह नजरिया न तो सिद्धांत रूप में और न ही व्यावहारिक धरातल पर स्वीकार्य है। अत:, लोकतंत्र की उपलब्धियों को जाँचने-परखने से पहले हमें यह समझ बनानी पड़ेगी कि लोकतंत्र अन्य शासन-व्यवस्थाओं से बेहतर एवं जनोन्नमुखी
है। अब नागरिकों का दायित्व है कि वे इन स्थितियों से लाभ उठाकर लक्ष्य की प्राप्ति करें।
प्रश्न 8. लोकतंत्र की सबसे बड़ी विशेषता क्या है ?
उत्तर लोकतंत्र की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहाँ लोगों के बीच नियमित संवाद की गुंजाइश बनी रहती है ।
प्रश्न 9. प्रत्यक्ष प्रजातंत्र एवं अप्रत्यक्ष प्रजातंत्र में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर प्रत्यक्ष प्रजातंत्र में जनता शासन-कार्य में सीधे भाग लेती है। अप्रत्यक्ष प्रजातंत्र शासन का वह रूप है जो जनता के प्रतिनिधियों द्वारा चलाया जाए।
प्रश्न 10. लोकतंत्र हर मर्ज की दवा है। कैसे?
उत्तर—यह सही है लोकतंत्र कुछ चीजों को प्राप्त करने की स्थितियाँ तो बना सकता है, परन्तु इन स्थितियों से लाभ उठाना नागरिकों का अपना काम होता है।
प्रश्न 11. लोकतांत्रिक सरकार में फैसले लेने में विलंब क्यों होता है?
उत्तर-लोकतांत्रिक सरकार में फैसले को विधायिका की लंबी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है।
प्रश्न 12. प्रत्यक्ष लोकतंत्र कहाँ है, उसके उपकरण कौन-कौन-से हैं ?
उत्तर—प्रत्यक्ष लोकतंत्र में जनता स्वयं शासन में भाग लेती है। प्रत्यक्ष लोकतंत्र स्विट्जरलैंड में है।
प्रश्न 13. तानाशाही सरकार किसे कहते हैं ?
उत्तर—एक व्यक्ति अथवा कुछ व्यक्तियों का शासन, जिनके पास देश की संपूर्ण सत्ता होती है । वह सत्ता वह अपने बल से तथा क्रूरतापूर्वक हासिल किया हो ।
प्रश्न 14. वैध सरकार किसे कहते हैं ?
उत्तर-वैध सरकार उस सरकार को कहते हैं जो कानूनी रूप से लोगों के द्वारा चुनी जाती है अथवा दूसरे शब्दों में जनता की सरकार को वैध सरकार कहते हैं।
प्रश्न 15. किसी देश का आर्थिक विकास किस पर निर्भर करता है?
उत्तर—किसी देश का आर्थिक विकास उस देश की जनसंख्या, आर्थिक प्राथमिकताएँ, अन्य देशों के सहयोग के साथ-साथ वैश्विक स्थिति पर भी निर्भर करती है।
प्रश्न 16. क्या लोकतंत्र, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मताधिकार है ?
उत्तर-आज हम भारीतय लोकतंत्र में “स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मताधिकार” के करीब हैं। स्वतंत्रता के बाद और आज की इस संदर्भ में तुलतना करें तो स्थिति अपेक्षाकृत काफी बेहतर है।
प्रश्न 17. गैर-लोकतांत्रिक सरकार किसे कहते हैं ?
उत्तर—जिस सरकार के गठन में जनता की भागीदारी नहीं होती है, उसे गैर-लोकतांत्रिक सरकार कहते हैं। ऐसी सरकार में जनता के सारे राजनीतिक अधिकार समाप्त हो जाते हैं।
प्रश्न 18. लोकतांत्रिक सरकार किसे कहते हैं ?
उत्तर—वह सरकार जो जनता के द्वारा चुनी गई हो, जो जनता के कल्याण के लिए कार्य करती है तथा जो अपनी जनता को समानता प्रदान करती है, उसे ही लोकतांत्रिक सरकार कहते हैं।
प्रश्न 19. लोकतंत्र में अल्पमत और बहुमत के आपसी संबंध कैसे होने चाहिए?
उत्तर—लोकतंत्र में बहुमत को अल्पमत पर अपना विचार थोपना नहीं चाहिए, वरन् उससे मिलकर चलना चाहिए ताकि अल्पमत वालों को लगे नहीं कि उनके अधिकारों का हनन हो रहा है ।
प्रश्न 20. लोकतांत्रिक राजनीति क्या है ?
उत्तर—वह राजनीति जिसमें औपचारिक संविधान हो, जिसमें लगातार चुनाव होते रहते हो, जिसमें राजनीतिक दल हों तथा जो जनता के अधिकारों की गारंटी देती है उसे ही लोकतांत्रिक राजनीति कहते हैं।
प्रश्न 21. गैर-लोकतांत्रिक व्यवस्था के फैसले भी लोभ और निराशाजनक होती है, क्यों?
उत्तर—गैर-लोकतांत्रिक व्यवस्था के फैसले तात्कालिक एवं तुरंत लिए जाने के कारण, व्यक्तिगत पूर्वाग्रहों से प्रभावित एक सामूहिक जनकल्याण से अभिप्रेरित नहीं रहने के कारण क्षोभपूर्ण एवं निराशाजनक होती है।
प्रश्न 22.लोकतंत्र के प्रति लोगों अविश्वास पैदा होने लगता है, क्यों ?
उत्तर_अत्यधिक अपेक्षा रखने के कारण तथा यह समझ रखने के कारण कि सभी सामाजिक, राजनैतिक एवं आर्थिक विषमताओं को समाप्त करने देने वाली व्यवस्था लोकतंत्र है, अविश्वास पैदा होने लगता है।
प्रश्न 23. हमारा लोकतंत्र पश्चिम के देशों से नायब है, कैसे?
उत्तर—भारतीय लोकतंत्र निरंतर विकास एवं परिवर्द्धन कर रहा है तथा आपातकाल के पूर्व, तत्कालीन एवं पश्चार की स्थितियों को सार्थक रूप से झेलने वाला विश्व का एकमात्र लोकतांत्रिक व्यवस्था होने के कारण नायाब है।
प्रश्न 24. लोकतांत्रिक सरकार के कोई दो अवगुण लिखिये।
उत्तर लोकतांत्रिक सरकार के दो अवगुण-
(i) इस सरकार में फैसला लेने में बड़ा समय लग जाता है ।
(ii) भ्रष्टाचार पर काबू पाने में ये सरकारें असफल साबित हुई हैं।
प्रश्न 25. कुछ लोग लोकतंत्र की आलोचना इस आधार पर करते हैं कि इसमें फैसलों को लेने में बड़ी देरी लग जाती है ?
उत्तर—यह सत्य है कि तानाशाही के मुकाबले लोकतंत्र इतना प्रभावी नहीं और यहाँ फैसले करने में देरी लग जाती है। परन्तु, प्रजातंत्र में लिए गए फैसले काफी सोच-समझ और विचार-विमर्श पर आधारित होते हैं और इसमें गलती होने की कोई संभावना नहीं होती है।
प्रश्न 26. भारतीय लोकतंत्र के दो गुणों का वर्णन करें।
उत्तर-भारतीय लोकतंत्र के दो गुण इस प्रकार हैं-
(i) भारतीय लोकतंत्र द्वारा कल्याणकारी राज्य की स्थापना की गई है जिसमें सबों की अधिकतम भलाई होती है।
(ii) जनता में राजनीतिक जागृति उत्पन्न होती है।
प्रश्न 27. क्या लोकतंत्र में नोट से वोट’ या ‘लाठी से वोट’ की स्थिति है?
उत्तर-लोकतंत्र में ‘नोट से वोट’ या ‘लाठी से वोट’ की स्थिति रहती थी, किन्तु अब जागरूक रहने से स्थिति में बदलाव हुआ है तभी तो 15वीं लोकसभा निर्वाचन में जनता ने आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को पराजय का मुँह दिखा दिया।
इसके मुख्य उपकरण होते हैं—जनमत-संग्रह, आरंभण, प्रत्यावर्तन, लोकनिर्णय इत्यादि।
प्रश्न 28. भारतीय लोकतंत्र की विशेषता बताएँ ।
उत्तर भारतीय संविधान की प्रस्तावना में ही उल्लेख कर दिया गया है कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है। इसकी मुख्य विशेषताएँ हैं—वयस्क मताधिकार, प्रतिनिधि शासन एवं नागरिकों के लिए अधिकारों एवं कर्तव्यों का प्रावधान।
प्रश्न 29. लोकतांत्रिक सरकार के कोई दो गुण लिखिये।
उत्तर-लोकतांत्रिक सरकार के दो गुण-
(i) यह सरकार लोगों द्वारा चुनी गई होती है, चुनाव में जो जीतता है वही अपनी सरकार बनाता है
(ii) यह सरकार जनता की होती है और जनता के कल्याण के लिए ही कार्य करती है।
प्रश्न 30. “लोकतंत्र सरकार का एक ऐसा स्वरूप हैं जिसमें शासकों का चुनाव लोग करते हैं।” लोकतंत्र की इस परिभाषा को आप कहाँ तक उचित मानते हैं?
उत्तर—लोकतंत्र की उपर्युक्त परिभाषा लोकतंत्र के केवल एक पक्ष को ही प्रतिबिम्बित करती है, इसलिए यह पर्याप्त नहीं है। केवल चुनाव कराने से कोई सरकार लोकतांत्रिक सरकार नहीं बन जाती । चुनाव तो पाकिस्तान, चीन और इराक में भी करवाए जाते हैं। क्या इतने में ही वे सरकारें लोकतांत्रिक बन गईं ? नहीं, क्योंकि पाकिस्तान में वास्तविक सत्ता सैनिक अधिकारियों के पास में है, चीन में सत्ता का केन्द्र केवल एक ही राजनीतिक दल और इराक में सत्ता की बागडोर औरों के हाथ में है। केवल सैनिक अधिकारी, एक ही राजनीतिक दल या विदेशी शक्ति के हाथ में सत्ता किसी भी हालात में लोकतंत्र की स्थापना नहीं कर सकती। इसलिए लोकतंत्र की उपर्युक्त परिभाषा पर्याप्त नहीं है।